ये जो पक्षी है जिसका चित्र आप इस ब्लॉग में देख रहे है! इसका नाम गौरेया(SPARROW) है! वर्तमान समय में इसकी स्थिति ये हो गयीं है की ये पक्षी अब शहरो से बिलकुल ही गायब हो चूका है और अब गौरेया केवल गावो में ही दिखाई देती है! लेकिन ये सच नहीं है गौरेया शहरो से बिलकुल गायब नहीं हुई है ये अभी भी यहाँ पर दिखाई दे जाती है!आय दिन ये किसी की छतो पर , बिजली की तारो पर और कभी-कभी घास के मैदानों पर भी दिख जाती है! इसे बचाने के लिए भारत सरकार को आगे आना चाहिए जैसे वो बाघों(Tigers) और शेरो(Lions) को बचाने के लिए आगे आयी है, भारत सरकार न सही राज्य सरकारों को तो गौरेया बचाने के लिए तो आगे आना ही चाहिए!!! आप सब ये ना सोचे की सरकार ही केवल इनका संरक्षण करके इन्हें बचा सकती है हम लोग यानि आम लोग भी इनको बचाने में सहायता कर सकते है पर कैसे? सबसे पहले आप अपनी छत या छज्जे पर एक अच्छी-सी साफ-सुथरी जगह ढूंढे ऐसी जगह खुली ही होगी ऐसा मेरा मानना है और वहां पर छाव हुई तो वो तो सोने पर सुहागा-होगी क्योंकी इन्हें छावदार जगह पसंद है! फिर आप वहां पर एक मध्यम आकार के दीये में चावल के छोटे-छोटे दाने करके रख दे ( ध्यान रहे चावल के दाने बड़े ना हूँ) और उसके बाद एक मिटटी के बर्तन में इनके पीने योग्य पानी रख दे! बस इतना करने से ही हम लोग इनकी बहुत मदद कर सकते है!मेरी बात सुनने के लिए धन्यवाद!
रविवार, 5 अगस्त 2012
गौरेया को बचाओ !
ये जो पक्षी है जिसका चित्र आप इस ब्लॉग में देख रहे है! इसका नाम गौरेया(SPARROW) है! वर्तमान समय में इसकी स्थिति ये हो गयीं है की ये पक्षी अब शहरो से बिलकुल ही गायब हो चूका है और अब गौरेया केवल गावो में ही दिखाई देती है! लेकिन ये सच नहीं है गौरेया शहरो से बिलकुल गायब नहीं हुई है ये अभी भी यहाँ पर दिखाई दे जाती है!आय दिन ये किसी की छतो पर , बिजली की तारो पर और कभी-कभी घास के मैदानों पर भी दिख जाती है! इसे बचाने के लिए भारत सरकार को आगे आना चाहिए जैसे वो बाघों(Tigers) और शेरो(Lions) को बचाने के लिए आगे आयी है, भारत सरकार न सही राज्य सरकारों को तो गौरेया बचाने के लिए तो आगे आना ही चाहिए!!! आप सब ये ना सोचे की सरकार ही केवल इनका संरक्षण करके इन्हें बचा सकती है हम लोग यानि आम लोग भी इनको बचाने में सहायता कर सकते है पर कैसे? सबसे पहले आप अपनी छत या छज्जे पर एक अच्छी-सी साफ-सुथरी जगह ढूंढे ऐसी जगह खुली ही होगी ऐसा मेरा मानना है और वहां पर छाव हुई तो वो तो सोने पर सुहागा-होगी क्योंकी इन्हें छावदार जगह पसंद है! फिर आप वहां पर एक मध्यम आकार के दीये में चावल के छोटे-छोटे दाने करके रख दे ( ध्यान रहे चावल के दाने बड़े ना हूँ) और उसके बाद एक मिटटी के बर्तन में इनके पीने योग्य पानी रख दे! बस इतना करने से ही हम लोग इनकी बहुत मदद कर सकते है!मेरी बात सुनने के लिए धन्यवाद!
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